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parda im

शरीर है या सिर्फ़ एक पर्दा?

शान्त होकर देखो, हम एक ही समय में दो‑दो दुनियाओं में जी रहे होते हैं।एक दुनिया शरीर के बाहर है – लोग, परिवार, पैसा, काम, सोशल मीडिया, सफलता और असफलता।दूसरी दुनिया शरीर के भीतर है – विचार, भावनाएँ, डर, इच्छाएँ और हमारी बनाई हुई कहानियाँ। पहली नज़र में ये दोनों दुनिया बिलकुल अलग दिखती हैं,

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beauty of word

शब्दों की ख़ूबसूरती:

शब्दों की दुनिया में एक अनोखी बात है — हर शब्द सिर्फ अर्थ नहीं, एक अनुभव भी देता है। “शब्दों की खूबसूरती तो देखिए”, ये पंक्ति खुद में एक दर्शन है। सोचिए — यह कोई व्याकरणिक उल्टा नहीं, बल्कि भावनात्मक उल्टा है।जब आप भला करते हैं, तो आपको लाभ मिलता है — चाहे वो आत्मिक

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gurunanak

पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती:

गुरु नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था: इस वर्ष 5 नवम्बर 2025 को मनाया जा रहा है। यह दिन गुरुपर्व के रूप में मनाया जाता है, जिसमें: गुरु नानक देव जी ने अपने पहले शब्द से ही ब्रह्मांड की एकता और परमात्मा की अखंडता का बोध कराया:मूल मंत्र (Japji Sahib

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🎬ब्रह्मांड: एक दिव्य फ़िल्म

🕉️भूमिका: क्या सच में हम ही सब कुछ कर रहे हैं? अक्सर लोग सोचते हैं—”मैं ही करता हूँ”, “मेरी मेहनत, मेरी योजना, मेरी सफलता”। लेकिन जो योगी दृष्टि से देखता है, उसे समझ आता है कि सब कुछ एक दिव्य पटकथा के अनुसार हो रहा है। हम केवल माध्यम हैं, अभिनेता हैं, और निर्देशक—परमात्मा—है। 🎭हर

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Mann ki shakti

मन की शक्ति: तनाव नहीं, समाधान बनाओ

मन की शक्ति से तनाव को कैसे हराएं? जानिए कैसे आपका मन ही डर का कारण भी है और समाधान भी। एक सेकंड में ब्रह्मांड में विचरण करने वाली इस शक्ति को सही दिशा कैसे दें। 🔥 मन: शक्ति का स्रोत या भ्रम का जाल? मन एक ऐसी शक्ति है जो एक क्षण में आपको

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Fear

डर: हमारी सफलता की सबसे बड़ी दीवार

प्रस्तावना: जिंदगी में डर की भूमिका हमारे जीवन में डर—जिसे अंग्रेज़ी में “Fear” कहते हैं—वो अदृश्य जाल है, जो हमें अपने लक्ष्यों, सपनों और वास्तविक खुशियों से दूर कर देता है। डर एक ऐसा भाव है जो हमें सफलता से वंचित कर देता है। महात्मा गांधी ने अपनी आत्मकथा में लिखा था: “मैं पूरी ज़िंदगी

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sukshma aur rodra

सूक्ष्म और विकट: साधक के दो रूप

हनुमान चालीसा की दो पंक्तियाँ बताती हैं कि एक सच्चा साधक कब विनम्रता से लीन होता है और कब विवेक से विकारों का सामना करता है। 🔰 भूमिका:कभी-कभी एक छोटी सी पंक्ति पूरे जीवन का सार खोल देती है।आज सुबह मेरे मन में हनुमान चालीसा की ये पंक्तियाँ आईं —“सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा, विकट

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विज्ञान से आत्मा तक

क्यों मन ही हमारी समस्याओं की जड़ है?

🧠 क्यों ये मन ही है हमारी समस्याओं का मूल कारण? क्यों ये हमें दौड़ाता रहता है? 🔷 Blaise Pascal: विज्ञान से आत्मा तक की यात्रा Blaise Pascal (1623–1662) एक विलक्षण फ्रांसीसी गणितज्ञ, भौतिकशास्त्री, दार्शनिक और आध्यात्मिक लेखक थे। परंतु Pascal की सबसे गहन यात्रा विज्ञान से नहीं, आत्मा से जुड़ी थी। 🔥 Night of

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The Spiritual Significance of Karwa Chauth in Hindu Tradition

Karwa Chauth is a deeply cherished Hindu festival observed primarily by married women across North India. This ancient tradition symbolizes love, devotion, and the sacred bond between husband and wife. On this day, women undertake a rigorous fast from sunrise to moonrise, praying for their husband’s long life, health, prosperity, and well-being. Origins and Mythological

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